System of Book Keeping

System of Book Keeping — 

बुककीपिंग एक बिज़नेस का फंक्शन होता है जिसमे फाइनेंसियल ट्रांसक्शन के रिकॉर्ड को रखता है. ये एक प्रकार का अकॉउंटिंग का ही भाग होता है. इसमें ट्रांसक्शन का अर्थ किसी चीज़ का खरीदना-बेचना, उसकी रशीद, और अन्य प्रकार के पेमेंट का रिकॉर्ड होता है. यहां पेमेंट के रिकॉर्ड में हर एक व्यक्ति को या किसी बिज़नेस को किये गए पेमेंट का रिकॉर्ड होता है. बुककीपिंग मे कई मेथड शामिल होते हैं जैसे कि सिंगल एंट्री बुककीपिंग सिस्टम्स, डबल एंट्री बुककीपिंग सिस्टम्स आदि.

यदि आसान भाषा में समझाया जाये तो किसी भी फाइनेंसियल ट्रांसक्शन का रिकॉर्ड रखना बुककीपिंग प्रोसेस कहलाता है

Single Entry System —

बहीखाता पद्धति की एकल प्रविष्टि प्रणाली वित्तीय अभिलेखों को बनाए रखने की सबसे पुरानी विधि है जिसमें प्रत्येक वित्तीय लेनदेन के लिए एक प्रविष्टि की जाती है। इस प्रणाली में, विपरीत विपरीत प्रविष्टि नहीं की जाती है

Double Entry System —

डबल एंट्री सिस्टम 1494 में लुका पैसिओली द्वारा विकसित वित्तीय रिकॉर्ड रखने की वैज्ञानिक विधि है। यह प्रणाली द्वैत के सिद्धांत पर आधारित है, यानी हर लेनदेन का एक दोहरा पहलू होता है। प्रत्येक लेनदेन एक ही समय में दो खातों को प्रभावित करता है, जिसमें एक खाते को डेबिट किया जाता है जबकि दूसरे को क्रेडिट किया जाता है।

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