Computer Networking

 Computer Networking : कम्प्यूटर नेटवर्किंग–

नेटवर्किंग का परिचय–

दो या दो से अधिक कंप्यूटरों का एक समूह जो टेलीफोन लाइनों, को-एक्सियल केबल, सेटेलाइट लिंक, रेडियो /माइक्रोवेव ट्रांसमिशन या कुछ अन्य संचार तकनीकों से जुड़े होते है और रिसोर्सेस (जैसे प्रिंटर, फोल्डर इत्यादी) के साथ एक दूसरे से कम्युनिकेट करते है। और शेयर करते है।

Components of a Computer Networing—

Server

यह नेटवर्क का सबसे प्रमुख अथवा केंद्रीय कंप्यूटर होता है नेटवर्क के अन्य सभी कंप्यूटर सर्वर से जॉइंट रहते है ,अधिकांश अथवा समस्त डाटा सर्वर में स्टोर होता है  |

Node

सर्वर के आलावा अन्य सभी कंप्यूटर नोड अथवा वर्कस्टेशन कहलाते है,  ये वे कंप्यूटर होते है जिन पर यूजर कार्य करता है|

Repeater

एक इलेक्ट्रनिक डिवाइस है जो निम्न स्तर के सिंगनल को प्राप्त करके उन्हें उच्य स्तर का बनाकर वापस भेजता है इस प्रकार के सिंगनल में लम्बी दूरिया बिना किसी बाधा के तय कर सकते है  |

Hub

HUB एक Network Device है | जिनका उपयोग Network में Computer की संख्या को बढानें के लिए किया जाता है | Network के Size को Increase करने के लिए भी HUB का प्रयोग किया जाता है |

Gateway

गेटवे एक ऐसी युक्ति है जो विभिन्न नेटवर्क प्रोटोकॉल को आपस में जॉइंट करता है|

Modem

Modem यह शब्‍द MODulator और DEModulator से बना है। मॉडेम का modulator पार्ट, डिजिटल सिग्नल को एनालॉग सिग्नल में कनवर्ट करता है, और demodulator पार्ट एनालॉग सिग्नल को डिजिटल सिग्नल में कन्‍वर्ट करता है।

नोट– ट्रांसमिशन के तीन मोड होते हैं, सिम्पलेक्स,हाफ डुप्लेक्स और फुल डुप्लेक्स।

सिम्प्लेक्स–

एक साधारण ट्रांसमिशन मोड में, प्रेषक (Sender) और रिसीवर (Receiver) के बीच संचार केवल एक दिशा में होता है। इसका मतलब है कि केवल प्रेषक (Sender) डेटा भेज सकता है, और रिसीवर (Receiver) केवल डेटा प्राप्त कर सकता है।

हाफ डुप्लेक्स–

हाफ डुप्लेक्स ट्रांसमिशन मोड में, प्रेषक (Sender) और रिसीवर (Receiver) के बीच संचार दोनों दिशाओं में होता है लेकिन, एक बार में एक ही दिशा में कम्युनिकेशन हो सकता हैं|

फुल डुप्लेक्स–

फुल डुप्लेक्स ट्रांसमिशन मोड में, प्रेषक (Sender) और रिसीवर (Receiver) के बीच संचार एक साथ हो सकता है। प्रेषक (Sender) और रिसीवर (Receiver) दोनों एक साथ एक ही समय में डाटा भेज और प्राप्त कर सकते हैं।

Models of Computer Networking—

    Peer to Peer Network(P2P)—

    Client/Server Network—

Type of computer networking—


नेटवर्क को विभिन्न आधार पर विभाजित किया जाता है। उनमें से मुख्यतः निम‌्न प्रकार के होते है।
Based on Network size:-

(1)LAN (LOCAL AREA NETWORK )–

लोकल एरिया नेटवर्क स्थानीय स्तर पर काम करने वाला नेटवर्क है इसे संक्षेप में लेन कहा जाता हैं| यह एक ऐसा कंप्यूटर नेटवर्क है जो स्थानीय इलाकों जैसे- घर, कार्यालय, या भवन समूहों को कवर करता है|

(2)MAN(Metropolitan Area Network )–

MAN का कवरेज एरिया सामान्यतया एक metrocity या टाउन तक फैला हो सकता है|

(3)WAN (WIDE AREA NETWORK )–

WAN का कवरेज एरिया  एक देश या पुरे विश्व में फैला हो सकता है।

Topology

टोपोलॉजी नेटवर्क की आकृति या लेआउट को कहा जाता है | नेटवर्क के विभिन्न नोड किस प्रकार एक दुसरे से जुड़े होते है तथा कैसे एक दुसरे के साथ कम्युनिकेशन स्थापित करते है, उस नेटवर्क को टोपोलॉजी ही निर्धारित करता है |

Type Of Topology–

Ring—

इसमें सभी कम्प्यूटर एक गोलाकार आकृति में लगे होते है प्रत्येक कम्प्यूटर अपने अधीनस्थ (Subordinate)  कम्प्यूटर से जुड़े होते है |


BUS—

बस टोपोलॉजी (Bus Topology) में एक ही तार (Cable) का प्रयोग होता है और सभी कम्प्यूटरो को एक ही तार से एक ही क्रम में जोड़ा जाता है


Star—

इस टोपोलॉजी में सारे कंप्यूटर एक हब के द्वारा जुड़े रहते है।

 Tree—

ट्री टोपोलॉजी में स्टार तथा बस दोनों टोपोलॉजी के लक्षण विधमान होते है | इसमें स्टार टोपोलॉजी की तरह एक होस्ट कंप्यूटर होता है और बस टोपोलॉजी की तरह सारे कंप्यूटर एक ही केबल से जुड़े रहते हैं |


Mesh or Point to Point—

मेश टोपोलॉजी में सारे कंप्यूटर कही न कही एक दूसरे से जुड़े रहते हैं और एक दूसरे से जुड़े होने के कारण ये अपनी सूचनाओ का आदान प्रदान आसानी से कर सकते हैं |


 

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